अगले महीने इंडोनेशिया के बाली शहर में संयुक्त राष्ट्र संघ जलवायु परिवर्तन पर एक अंतरराष्ट्रीय बैठक का आयोजन करने जा रहा है. पिछले काफी समय से यह सिलसिला जारी है. लगातार बैठकें चल रही हैं लेकिन आज तक समस्या का कोई सर्वसम्मत हल नहीं मिल पाया. नतीजा किसी नए स्थान पर एक और बैठक के आयोजन के रूप में सामने आता है.
इस ड्रामे से किसका भला हो रहा है, कहा नहीं जा सकता लेकिन दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो इस समस्या पर महज औपचारिक बैठकों के इस सिलसिले का विरोध कर रहे है. वे ठोस कार्रवाई यानि रीयल क्लाइमेट एक्शन की मांग कर रहे हैं. वास्तव में तो हमें भी इनमें से एक होना चाहिए क्योंकि इन लोगों को हमारे समर्थन की जरूरत है.
यह सही समय है कुछ कर दिखाने का. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप दुनिया के किस हिस्से में हैं. यदि आप बाली में होने वाली बैठक में भाग लेने वाले लोगों को कोई संदेश देना चाहते हैं तो आपके पास अवसर है. पर्यानाद् आपको वह रास्ता बता रहा है जो आपको बिना किसी मशक्कत के इस लक्ष्य तक पहुंचा देगा. बस एक मैसेज भेजिए. बैठक के दौरान बाली में आपका संदेश आकाश में लहराती सैकड़ों पारंपरिक इंडोनेशियाई पतंगों में से एक पर दिख सकता है.
जलवायु परिवर्तन से किसी एक व्यक्ति या स्थान या देश विशेष का नुकसान नहीं होगा. यह एक वैश्विक समस्या है और इसकी चपेट में पूरी मानव प्रजाति आएगी. या यूं कहा जाए कि आ चुकी है तो बेहतर होगा. इसलिए यह हम सभी की लड़ाई है. ग्रीनपीस की पहल पर सोलर जेनरेशन नामक ग्रुप ने इस लड़ाई को लड़ने का बीड़ा उठाया है.
दुनिया भर के लोग बाली बैठक के पहले संदेश भेज कर संयुक्त राष्ट्र संघ की अगुवाई में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों पर दबाव बना रहे हैं कि वे कोई ठोस कार्रवाई करें. इस दबाव को बढ़ाने के लिए एक संदेश आप भी भेज सकते हैं. और कुछ नहीं कर सकें तो क्या हुआ, क्लाइमेट एक्शन की ग्लोबल मांग का समर्थन कर उसका हिस्सा तो बन ही सकते हैं.
संदेश भेजने के लिए यहां क्लिक करें
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