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मंगलवार, 8 जनवरी 2008

शरीर की गर्मी से होगा पानी गरम

ऊर्जा का संचार दुनिया के हर प्राणी में होता है, लेकिन इसके सही उपयोग की दिशा में अब तक कोई काम नहीं किया गया. अब मानव शरीर की ऊर्जा का उपयोग पानी गरम करने में किया जाएगा. स्टॉकहोम के सेंट्रल स्टेशन में रोजाना हजारों लोग आते हैं और इस दौरान उनके शरीर से निकली ऊर्जा बेकार चली जाती है.

इस बारे में प्रोजेक्ट लीडर कार्ल सनडॉम का कहना है कि इस ऊर्जा का इस्तेमाल पानी गर्म करने में किया जाएगा और उसे पास वाली बिल्डिंग में सप्लाई किया जाएगा. स्वीडन की सरकारी कंपनी जेनहूसेट के कार्ल ने बताया कि इस स्टेशन से रोजाना करीब ढाई लाख लोग गुजरते हैं. इनमें से कुछ ट्रेन पक़ड़ने तो कुछ सब-वे का इस्तेमाल करने, जबकि कुछ यहाँ शॉपिंग करने आते हैं. इन सभी लोगों के शरीर से ऊर्जा निकलती है और बेकार चली जाती है.

उन्होंने बताया कि इसी वजह से हमने इस ऊर्जा को वेंटिलेशन सिस्टम के जरिए इकट्ठा करने की योजना बनाई है. वैसे इस ऊर्जा को बाहर निकालने के लिए आमतौर पर खिड़कियों का इस्तेमाल किया जाता है.कार्ल ने कहा कि योजना यह है कि इस ऊर्जा का उपयोग पानी गर्म करने में किया जाए और उसे पास वाली एक बिल्डिंग में सप्लाई किया जाए. उन्होंने कहा कि 2010 में यहाँ बनकर तैयार होने वाले होटल और कुछ दुकानों को भी गर्म पानी की सप्लाई की जाएगी.

कार्ल के अनुसार यह पुरानी तकनीक है, लेकिन हम इसका इस्तेमाल नए तरीके से कर रहे हैं. फिलहाल कोई भी इस तकनीक के जरिए इस ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि इससे पानी गर्म करने की लागत में 20 फीसदी तक की कमी आएगी. ऊर्जा सहित अन्‍य प्राकृतिक संसाधनों के अपव्‍यय को लेकर सारी दुनिया में जो कुछ चल रहा है उसे देखते हुए यह एक सराहनीय प्रयास है.

2 टिप्‍पणियां :

मीनाक्षी ने कहा…

नई जानकारी है लेकिन बहुत रोचक... देखना यह है कि हमारे देश में ऐसा कब हो पाता है.

Pratyaksha ने कहा…

ये बढ़िया है । हमारा शरीर मोबाईल चार्जर की तरह काम करेगा ।

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