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सोमवार, 31 दिसंबर 2007

सन् 1880 के बाद पांचवां सबसे गर्म साल

ग्लोबल वार्मिग के खिलाफ दुनियाभर के तमाम प्रभावशाली नेताओं की मुहिम के बावजूद वर्ष 2007 पिछले 127 वर्षो में पांचवां सबसे गर्म साल माना जा रहा है. पर्यावरण संबंधी अमेरिकी संस्था नेशनल ओसियानिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार इस वर्ष समुद्र और स्थल सहित पृथ्वी का औसत तापमान 14.44 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. इस तरह 2007 को 1880 के बाद सर्वाधिक गर्म साल कहा जा सकता है. वैसे, इस संबंध में अंतिम आंकड़े जनवरी में जारी हो सकेंगे.

सोमवार को विज्ञान पत्रिका 'साइंस डेली' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस साल पूर्वी यूरोप से मध्य एशिया के क्षेत्र सबसे ज्यादा गर्म रहे. शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक 20वीं शताब्दी में पृथ्वी की सतह के तापमान में 0.6 से 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है. इतना ही नहीं पिछले तीस साल में तापमान में हुई वृद्धि 1900 के बाद से बढ़ी गर्मी की तुलना में तीन गुना ज्यादा दर्ज की गई.

रिपोर्ट के मुताबिक 1997 से 2007 का दशक सबसे गर्म दशक रहा. अब तक के सबसे गर्म आठ सालों में सात 2001 के बाद, जबकि 10 सबसे गर्म साल 1997 के बाद रिकार्ड किए गए. इसका तात्‍पर्य यह भी है कि पिछले एक दशक में ग्‍लोबल वार्मिंग की स्थिति में बहुत ज्‍यादा खराबी हुई है और इस मामले में अब निर्णायक कदम उठाए जाने का समय आ चुका है.

3 टिप्‍पणियां :

Pratyaksha ने कहा…

नये साल में भी ऐसे ही गंभीर मुद्दों पर लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहें । शुभकामनायें !

सुनीता शानू ने कहा…

देरी के लिये माफ़ी...आपको नया साल मुबारक हो...

Asha Joglekar ने कहा…

पर्यावरण को हम अन देखा कर रहे हैं समें तो कोई शक नही ।

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