पेज

गुरुवार, 29 नवंबर 2007

बैक्टीरिया लड़ेगा ग्लोबल वार्मिग से

वैज्ञानिकों ने एक ऐसा बैक्टीरिया खोज निकाला है, जो ग्लोबल वार्मिग से लड़ने में काफी मददगार साबित होगा. न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों ने यह कारनामा कर दिखाया है. इन वैज्ञानिकों ने एक ऐसे बैक्टीरिया की खोज की है जो हानिकारक मीथेन गैस का भक्षण कर वातावरण का स्वच्छ करने में मदद करता है.

स्थानीय मीडिया के अनुसार सूक्ष्म जीव विज्ञानी डा. मैथ्यू स्टोट की टीम ने रोटूआ इलाके में हेल गेट नामक जगह पर इस बैक्टीरिया की खोज की है. हेल गेट की मिट्टी लवण, अम्लीय पदार्थो और मिथेन गैस से प्रभावित थी लेकिन ये बैक्टीरिया पृथ्वी के भीतर मौजूद मीथेन का भक्षण कर लेते थे और इस प्रकार यह गैस मिट्टी के अंदर ही स्वत: समाप्त होती रहती थी.

अपनी इस खोज के बारे में डा. स्टोट का कहना है कि ये बैक्टीरिया वातावरण में मीथेन गैस की मात्रा को काबू में करने के काम में काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं. मीथेन गैस को ग्लोबल वार्मिग के लिए प्रमुख उत्तरदायी गैस के रूप में माना जाता है. अब वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इन बैक्टीरिया की मदद से मिथेन गैस के उत्सर्जन की समस्या से बेहतर तरीके से निपटा जा सकता है.

फिलहाल तो डा. स्टोट की टीम इस बैक्टीरिया के बड़े पैमाने पर प्रजनन के काम में लगी है. वह विभिन्न जीव विज्ञानियों के सहयोग से इनको प्रयोगशाला में पैदा करने की तकनीकी ईजाद करने के मिशन में जुटे हुए हैं. उनका लक्ष्‍य यह है कि बड़े पैमाने पर बैक्‍टीरिया का प्रजनन कर मीथेन की मात्रा समाप्‍त करने में इसका इस्‍तेमाल किया जा सके.

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें

पर्यानाद् आपको कैसा लगा अवश्‍य बताएं. आपके सुझावों का स्‍वागत है. धन्‍यवाद्